वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर का कहना है कि सरकार कोविड-19 के प्रकोप के बाद भारत को अगला मैन्युफैक्चरिंग हब बनाना चाहती है.
कोरोना के बाद भारत निवेश के लिए एक बेहतर विकल्प बन सकता है
ठाकुर की मानें तो निवेश को आकर्षित करने के लिए कई कदम उठाए हैं
कोरोना संकट के बाद भारत को मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने में सरकार जोर-शोर से जुट गई है. पिछले दिनों खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोना ने देश को आत्मनिर्भर बना दिया है और अब वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर का कहना है कि सरकार कोविड-19 के प्रकोप के बाद भारत को अगला मैन्युफैक्चरिंग हब बनाना चाहती है.
दरअसल, कोरोना की वजह से पूरी दुनिया में आर्थिक गतिविधियां भी थम गई हैं. लेकिन इस बीच भारत निवेश के लिए एक बेहतर विकल्प बन सकता है. बड़े अर्थशास्त्री भी कह रहे हैं कि भारत के पास बड़ा मौका है और इसे भुनाना चाहिए. अगर भारत इस मौके को भुनाता है तो आने वाले वर्षों में चीन की आर्थिक ताकत कमजोर होगी और उसका एकछत्र कारोबार पर अंकुश लगेगा.