अक्षय तृतीया वैशाख मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाया जाता है। पुरानी मान्यताओं के अनुसार इस दिन शुभ कार्य किए जाते हैं जिनसे अक्षय फल की प्राप्ति होती है। वर्षभर शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि शुभ मानी जाती है परन्तु इस दिन यानी की वैशाख माह की तृतीया तिथि को स्वयंसिद्ध मुहूर्तो में माना गया है। अक्षय तृतीया को सर्वसिद्ध मुहूर्त के रूप में भी विशेष महत्व दिया गया है। मान्यता है कि इस दिन बिना कोई पंचांग देखे कोई भी शुभ व मांगलिक कार्य जैसे विवाह, गृह-प्रवेश, वस्त्र-आभूषणों की खरीददारी या घर, भूखंड, वाहन आदि की खरीददारी से संबंधित कार्य किए जा सकते हैं।टीम द वन्दे भारत