सिविल डिफेंस की विभिन्न सेवाओं को देखते हुए सिविल डिफेंस के नियंत्रक एवं उपायुक्त अमित खत्री ने गुरुग्राम महानगर की जनसंख्या के आधार पर इसकी संरचना में परिवर्तन किया है। उनके निर्देशानुसार उप नियंत्रक एवं तहसीलदार मनीष यादव ने मार्च माह में सिविल डिफेंस के पुराने निष्क्रिय सदस्यों के स्थान पर वरीयता एवं योग्यता के आधार पर सक्रिय नये सदस्यों का चयन किया है। इसमें सीनियर चीफ वार्डन नरेश चंद्र शर्मा, चीफ वार्डन मोहित शर्मा, राजेश दुआ, डिप्टी चीफ वार्डन संजय चुघ, जेपी राघव, राजवीर एवं जेपी शर्मा को बनाया गया है।
महानगर की जनसंख्या के हिसाब से एक व्यवस्थित सरंचना की काफी समय से आवश्यकता थी ताकि अधिक से अधिक नये युवा और सभ्य समाज को प्रशासनिक व्यवस्था से जोडा जाये।
इस समय सिविल डिफेंस के सभी सक्रिय सदस्य वालंटियर के रूप में विभिन्न प्रकार की सेवाएं नागरिकों को उपलब्ध करवा रहे हैं। सभी वालंटियर तन मन धन से अपनी अपनी सेवाओं को कर रहे हैं। गुरुग्राम के सिविल डिफेंस द्वारा हर आपदा में प्रशासन का सहयोग निरंतर दिया जाता रहा है।
कोरोना वायरस के कारण चल रही लोक्डाऊन के दौरान सिविल डिफेंस (नागरिक सुरक्षा), गुरुग्राम द्वारा विभिन्न सेवाएं मुहैया कराई जा रही हैं।
गुरुग्राम के अनेकों आरडब्लयूए, सामाजिक धार्मिक संस्थाएं, एनजीओ, कॉरपोरेट्स और कंपनियां जुड़ी है जो अपना-अपना सहयोग टीम रूप में दे रही है। विभिन्न संस्थाओं और संगठनों ने सिविल डिफेंस के कार्यो की प्रशंसा की है।
इस दौर में भिन्न भिन्न प्रकार की सेवाओं में नागरिकों के बीच रहकर लोक्डाऊन को लागू करवाना, निर्धारित राशि पर वस्तुओं को उपलब्ध करवाना, गुरुग्राम के जरूरतमंद लोगों के लिए कच्चे राशन की व्यवस्था करना, विभिन्न क्षेत्रों में
कच्चा राशन पहुंचाना, पका हुआ भोजन उपलब्ध कराना, उसका वितरण करना, क्विक रिस्पांस टीम का गठन करना और डिजिटल संसाधनों का उचित इस्तेमाल कर सही जानकारी लोगों तक पहुंचाना शामिल है। टीम: द वंदे भारत