सामूहिक नियंत्रण की रणनीति के तहत किसी विशेष क्षेत्र में संपूर्ण बंद को सख्ती से लागू किया जाएगा. जहां ऐसा किया जाएगा वहां पर सोशल डिस्टेंसिंग, लोगों की सक्रिय निगरानी, सभी संदिग्ध मामलों के परीक्षण, संदिग्ध और मरीजों को एकांत में रखने जैसे उपाय अपनाए जाएंगे.
पिछले एक सप्ताह में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या में वृद्धि के साथ भारत सामुदायिक संक्रमण की ओर बढ़ रहा है. सरकार ने अब सामुदायिक संक्रमण के जरिये कोरोनो वायरस के प्रसार को रोकने के लिए पूरे देश में सामूहिक नियंत्रण की रणनीति (cluster containment strategy) लागू की है.
कोरोना वायरस के मामलों में पिछले एक सप्ताह में तेज वृद्धि हुई है. इसे देखते हुए सरकार ने उन राज्यों में सामूहिक नियंत्रण की रणनीति लागू की है, जहां सामुदायिक संक्रमण का खतरा बढ़ गया है. कई मामलों में ऐसा हुआ कि किसी मरीज में कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया लेकिन वायरस आया कहां से इसका पता नहीं चल पाया है. इसने अधिकारियों को चिंता में डाल दिया है क्योंकि इससे सामुदायिक संक्रमण का खतरा है.
इंडिया टुडे को मिली विस्तृत जानकारियों के मुताबिक, सामूहिक नियंत्रण की रणनीति में यह होगा कि जहां कोरोना वायरस पाया जाता है, वहां वह एक निश्चित भौगोलिक क्षेत्र तक ही फैला होगा. इसलिए अगर कहीं पर कोरोना वायरस पाया जाता है तो शुरुआती अवस्था में ही उसका पता लगा कर ट्रांसमिशन यानी संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ा जाए और इसे नए क्षेत्रों में फैलने से रोक दिया जाए.