कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए हरियाणा सरकार ने सात जिलों को लॉकडाउन किया है।
कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए हरियाणा सरकार ने सात जिलों को लॉकडाउन किया है। लेकिन, इसके बाद भी इन जिलों में लोग बाहर निकल रहे हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर शाम को कोरोना को लेकर ब्रीफिंग करेंगे। आशंका है कि इसमें पंजाब की तरह राज्य में भी कर्फ्यू लगाने की घोषणा कर सकते हैं या फिर राज्य के सभी 22 जिले लॉकडाउन किए जा सकते हैं।
सोमवार को पलवल और रोहतक में कोरोना संक्रमण का एक-एक नया मामला सामने आया। रोहतक में एक महिला कोरोना संक्रमित मिली है। यह पानीपत में संक्रमित मिले युवक के घर पर साफ-सफाई का काम करती थी। संक्रमित महिला की ससुराल पानीपत के नौल्था गांव में है, जबकि मायका रोहतक में है। वह दो दिन पहले ही रोहतक आई थी। वहीं, पलवल में 15 मार्च को दुबई से लौटा 65 वर्षीय व्यक्ति संक्रमित मिला है। उसे बुखार, खांसी, जुकाम और सांस लेने में दिक्कत थी। उसे नूंह के राजकीय मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। इन दो संक्रमित मामलों के साथ ही राज्य में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 15 हो गई है। इसमें इटली के पयर्टकों का आंकड़ा शामिल नहीं है, जिन्हें कोरोना संक्रमित पाए जाने पर गुरुग्राम के हॉस्पिटल में एडमिट किया गया था।
गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत, रोहतक, झज्जर, पानीपत, पंचकूला को रविवार शाम से लॉकडाउन किया गया है। जहां रविवार को जनता कर्फ्यू के दौरान सन्नाटा पसरा था। ट्रैफिक बंद था। वहीं सोमवार को लॉकडाउन के दौरान सड़कों पर वाहनों की संख्या बढ़ी है। निजी वाहन सड़कों पर दौड़ते नजर आ रहे हैं। हालांकि सरकारी व प्राइवेट बस सेवाएं, ऑटो, ई-रिक्शा बंद रहा। ट्रेनें बंद होने से रेलवे स्टेशन बंद पड़े हैं।
हरियाणा में सबसे ज्यादा मरीज गुरुग्राम में मिले हैं। गुरुग्राम में 8 मरीज मिले हैं। इसके बाद सोनीपत में दो मरीज, पंचकूला में एक, पानीपत में एक, फरीदाबाद में एक और पलवल में एक मरीज मिला है।