उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि देश की रक्षा करने वाले सीमा पर तैनात जवानों व उनके परिवारों के प्रति सरकार पूरी तरह संवेदनशील है और उनका विशेष ख्याल रखेगी. उनकी हर समस्या का हर संभव समाधान किया जाएगा.
केशव प्रसाद मौर्य आज पुलवामा आतंकवादी हमले में वीरगति को प्राप्त हुए प्रदेश के 13 वीर सपूतों के परिवारों को 22- 22 लाख रुपये की धनराशि आर्थिक सहायता के रूप में प्रदान की. इसमें 11 लाख रुपये की धनराशि शहादत देने वाले जवान की पत्नी को व 11 लाख की धनराशि उनके माता-पिता को दी गई.
संवेदना व्यक्त की
केशव प्रसाद मौर्य आज विश्वेश्वरैया हाल में (लोक निर्माण विभाग) धनवंतरी सेवा संस्थान व लोक निर्माण विभाग, सेतु निगम तथा राजकीय निर्माण निगम के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित इस कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने अपने संबोधन में वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके परिवारी जनों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त की और वीर शहीदों के परिवारों के सदस्यों को शॉल व फूल-माला भेंट कर सम्मानित किया और उन्हें दी गई धनराशि के प्रतीकात्मक चेक भी सौंपे.
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उन्होंने कहा कि वीरों की शहादत की तुलना में हम कुछ नहीं कर सकते, यह धनराशि तो केवल प्रतीकात्मक रूप में दी जा रही है. उन्होंने कहा की इन वीर सपूतों के परिवारों का पूरा ख्याल रखा जाएगा और उनकी जो भी समस्याएं होंगी उनका निदान किया जाएगा.
एक दिन का वेतन
मौर्य ने कहा, ‘इन बलिदानी परिवारों के लिए लोक निर्माण विभाग सेतु निगम व राजकीय निर्माण निगम के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी से लेकर उच्च स्तर के अधिकारी तक ने अपना एक दिन का वेतन दिया है, जिसमें कुल चार करोड़ 95 लाख की धनराशि एकत्र हुई है. इसमें लोक निर्माण विभाग की 4 करोड़ 46 लाख, निर्माण निगम की 29 लाख व सेतु निगम की 20 लाख रुपए की धनराशि सम्मिलित है.’
केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि हम सबके लिए आज का दिन गौरव का दिन है और पीड़ा का भी दिन है. शहादत देने वाले परिवारों के प्रति अपनी भावपूर्ण संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश की 23 करोड़ जनता उनके साथ है. उन्होंने कहा कि शहीद परिवारों को सरकार द्वारा दी जाने वाली सहायता पूर्व में ही दी जा चुकी है.
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उन्होंने कहा, ‘भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री के नेतृत्व में दिल्ली में शहीदों की याद में राष्ट्रीय स्मारक बनाया गया है. उन्होंने कहा कि भारत की सेना सबसे शक्तिशाली सेना है.’ जम्मू-कश्मीर से धारा 370 और 35-ए हटाए जाने का जिक्र करते हुए कहा कि उसके बाद से आतंकवादी घटनाओं में कमी आई है.
सड़कें बनवाई जाएंगी
मौर्य ने कहा, बलिदान देने वाले शहीदों के गांव तक जो सड़कें बनवाई जाएंगी उन सड़कों का नाम उन बलिदानी जवानों के नाम से रखा जाएगा और वहां पर शहीद द्वार भी बनवाए जाएंगे. उन्होंने ‘ए मेरे वतन के लोगों जरा याद करो कुर्बानी’ की लाइनों को उद्धत करते हुए कहा कि इन परिवारों ख्याल रखने के लिए पूरे समाज का उत्तरदायित्व है और इस उत्तरदायित्व में हम कोई कमी नहीं रहने देंगे. भारत मजबूती के साथ आगे बढ़ रहा है.
इस अवसर पर उन्होंने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने भी शहीदों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है. उन्होंने कहा की जवानों के मनोबल में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी. पूरा देश उनके साथ पूरी मुस्तैदी के साथ खड़ा है, जो देश की सीमा पर देश की रक्षा कर रहे हैं. जब हम चैन की नींद सो रहे होते हैं तो वीर जवान पूरी मुश्तैदी से देश की रक्षा कर रहे होते हैं.
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